Saturday 5 December 2020

जाडे़ का इक कारवाँ 

सर्दियों की ओस 

बेताबियां भी कभी सर्द लम्हें छू लेती है 

जाने जाडे़ का अहसास हैरान जिंदगी में 

कब गुनगुनी सर्दियों का इतमीनान ले बैठता है