रास्तों के शोर में कोई गुम हैं
अनजान से अतरंगी सफर में
ये अनसुने से सतरंगी आवाम हैं
अँधेरे झरोखें में बस ये एक नाम हैं
आज़ाद पंछीओ से आज़ादी की गुहार हैं
अनजान से अतरंगी सफर में
ये अनसुने से सतरंगी आवाम हैं
अँधेरे झरोखें में बस ये एक नाम हैं
आज़ाद पंछीओ से आज़ादी की गुहार हैं
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