Sunday 5 March 2017

सूरज की निगाहे डाले 
देखे एक नया आसमां 
नयी किरणे समेटे धूप  
तलाशे एक नया जहां 
मस्ती की बाहों में खेले
जिए एक नया समां
जुनून का मंज़र खोले 
लेके एक नया अरमां 
उमंगों का गगन लिए 
फैले एक नया करिश्मां 

समंदर के बेताब हिस्सों में 
चलती लम्हों की कश्तियाँ 
बारिश की बूंदों में लिपटी 
मचलती है ये ज़िंदगियाँ
हवाओं के झोखे से नाचती 
झूमती है ये ज़िंदगियाँ 

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