Saturday 4 February 2017

हारती ज़िन्दगी के कुछ पहर बीत जाएंगे 
कुछ नए मौक़े फिर जीत का पहरा लाएंगे  
ज़िन्दगी के नए रंग समेंटे नयी रौशनी 
 फिर ज़िन्दगी के कुछ पहर बन जायेंगे 
                                - तरुण शर्मा 










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