उस नाविक के वजूद को तलाश कर
जो तेरी मँझधार में फँसी नाव को निकालकर
किनारो पर पहुँचाने की चुनौती स्वीकार करे
क्यों रुका है तू, किसका इंतज़ार कर रहा है
उस कुशल नाविक की खोज पर निकल तू
जिसे तूफानों के सामने आने का भय नहीं
जो पानी की गहराई से चित परिचित हो
निकल पड़ तू उन जोखिम भरे रास्तों पर
लगा दे समय अपना पूरा इन कोशिशों में
खोज निकाल तू उस केवट को पाताल से भी
आज ही अभी इसी समय निकाल ले तू
अपनी कश्ती को इन मँझधारों के भँवर से
जो तेरी मँझधार में फँसी नाव को निकालकर
किनारो पर पहुँचाने की चुनौती स्वीकार करे
क्यों रुका है तू, किसका इंतज़ार कर रहा है
उस कुशल नाविक की खोज पर निकल तू
जिसे तूफानों के सामने आने का भय नहीं
जो पानी की गहराई से चित परिचित हो
निकल पड़ तू उन जोखिम भरे रास्तों पर
लगा दे समय अपना पूरा इन कोशिशों में
खोज निकाल तू उस केवट को पाताल से भी
आज ही अभी इसी समय निकाल ले तू
अपनी कश्ती को इन मँझधारों के भँवर से
No comments:
Post a Comment