ये फ़ितूरिया ज़िंदगी जी आया
कुछ देर ठहर गया
ज़िंदगी पे सेता आया
बाकी ख्वाहिशों की मर्ज़ी
रास्तों पे लम्हे हैरत जाये
या फिर लम्हों में रास्ते कट जाये
बदलते पल पल बेतरतीब हालत में
हिचकोले भरते जो मनमोजी ख्यालात थे
मेरी ज़िंदगी तो बस लबालब जी आयी
मिलती हैरानियों से उमर तक सीख आयी
ख्वाबों के समंदर पे खुलते हर वो सवेरे
आवारा हसरतो से मिलती हर वो शामें
रंग रंग उड़ते नज़ारे पकड़ती ये निगाहे
जैसे ज़िंदगी पे ज़िंदगी खुल के बरस आयी
खाके में खुद का ना ढाल पाया
इस बेढंगे पे क्या मलाल रखूं
कुल्हड़ पे गरमाती चाय के कश भर
ये फ़ितूरिया ज़िंदगी जी आया
कुछ देर ठहर गया
ज़िंदगी पे सेता आया
बाकी ख्वाहिशों की मर्ज़ी
रास्तों पे लम्हे हैरत जाये
या फिर लम्हों में रास्ते कट जाये
बदलते पल पल बेतरतीब हालत में
हिचकोले भरते जो मनमोजी ख्यालात थे
मेरी ज़िंदगी तो बस लबालब जी आयी
मिलती हैरानियों से उमर तक सीख आयी
ख्वाबों के समंदर पे खुलते हर वो सवेरे
आवारा हसरतो से मिलती हर वो शामें
रंग रंग उड़ते नज़ारे पकड़ती ये निगाहे
जैसे ज़िंदगी पे ज़िंदगी खुल के बरस आयी
खाके में खुद का ना ढाल पाया
इस बेढंगे पे क्या मलाल रखूं
कुल्हड़ पे गरमाती चाय के कश भर
ये फ़ितूरिया ज़िंदगी जी आया
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