फिर से मैं छिछोरा मुस्कुराउगां
हंसता है कोई चेहरा
किसी ख्यालो पे ठहरा
बातों बातों पे है
बेचैन थोड़ा बेताब
उथले समंदर पे ढूंढता
मध्यम पडे़ सूरज से मांगता
हल्की सी रोशनी का सैलाब
धुंधली यादे है सिरहाने
खोये जिंदगी के ठिकाने
अतीत के छलावे तले
जाने किस ओर चला जाउगां
अपने मन का हौसला बन
उठती सिसकियों को दिखाउगां
फिर सपनो का बिछौना डाल
अपनी जंग पे खुद को हराउगां
राहों पे फिक्रे उड़ा हर लम्हें पकड
फिर से मैं छिछोरा मुस्कुराउगां
हंसता है कोई चेहरा
किसी ख्यालो पे ठहरा
बातों बातों पे है
बेचैन थोड़ा बेताब
उथले समंदर पे ढूंढता
मध्यम पडे़ सूरज से मांगता
हल्की सी रोशनी का सैलाब
धुंधली यादे है सिरहाने
खोये जिंदगी के ठिकाने
अतीत के छलावे तले
जाने किस ओर चला जाउगां
अपने मन का हौसला बन
उठती सिसकियों को दिखाउगां
फिर सपनो का बिछौना डाल
अपनी जंग पे खुद को हराउगां
राहों पे फिक्रे उड़ा हर लम्हें पकड
फिर से मैं छिछोरा मुस्कुराउगां
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