फूहड़ एलियन आते है जब
फूहड़ एलियन आते है जबयही कही आँखे उबलने लगती है
दो चार वक्त क्या आया
हंसी रौंद चहेरे पे झाग कूटने लगते है
अब सुनो क्या करना है
हाँ, जमीं पे फेंक पैरों से कुचल दो
कह दो आने वाले नौसिखिये से
चीनी पे घोल गोल गोल बताशे उछाले है
जरा मढ़वा ले तुम्हरी छाती पे बैठ
कहकहे जो छूटे है
ये जिन्दा ज़िंदगी है
और दो चार चवन्नी लूटना है
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